नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार ने एक और बहुत अच्छी योजना शुरू की है जिसका नाम है “PM Vidyalaxmi” योजना। इस योजना का मकसद यह है कि पैसों की कमी की वजह से कोई भी होनहार छात्र अपनी पढ़ाई न छोड़ पाए। खासतौर पर गरीब और मध्यम वर्ग के छात्रों को इस योजना से काफी फायदा होगा। अब उन्हें उच्च शिक्षा के लिए आसानी से कर्ज मिल जाएगा। आइए, इस योजना के बारे में और जानते हैं।
PM Vidyalaxmi योजना का उद्देश्य और महत्व:
जैसे कि हम सब जानते हैं, भारत की सबसे बड़ी संख्या में गरीब और मध्यम वर्ग के छात्र छोटे गांवों में रहते है। कई सारे गरीब और मध्यम वर्ग के छात्र जो छोटे गांवों से आते हैं या शहर में भी रहते हैं, वे आगे की अच्छी शिक्षा पैसों की कमी की वजह से नहीं ले पाते हैं।
और आजकल पढ़ाई बहुत महंगी हो गई है, इसलिए यह योजना छात्रों के लिए बहुत फायदेमंद है। इस योजना के तहत सरकार छात्रों को आर्थिक मदद देती है, जिससे वे अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। सरकार ने इस योजना के लिए 2024 से 2031 तक 3600 करोड़ रुपये रखे हैं। इससे लगभग सात लाख नए छात्रों को लाभ होगा। इस योजना के अंतर्गत छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए बिना किसी गारंटी के 7.5 लाख रुपये तक का शिक्षा ऋण प्रदान किया जाएगा।
योजना के तहत मिलने वाले लाभ:
चलिए जानते हैं कि PM Vidyalaxmi योजना के तहत छात्रों को कौन-कौन से लाभ मिलेंगे।
गैर-गारंटी ऋण: यह योजना उन छात्रों के लिए है जो उच्च शिक्षा लेना चाहते हैं लेकिन उनके पास इसके लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं। इस योजना के तहत, छात्रों को बिना किसी गारंटी के ऋण दिया जाता है। यानी उन्हें किसी जमानतदार की ज़रूरत नहीं होती। सरकार इस ऋण पर 75% तक की गारंटी देती है। इस तरह, बैंक आसानी से छात्रों को ऋण दे सकते हैं। इस योजना का लाभ देश के 860 सबसे अच्छे शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र उठा सकते हैं। वे 7.5 लाख रुपये तक का ऋण ले सकते हैं।
ब्याज सब्सिडी: शिक्षा ऋण लेने वाले छात्रों को सरकार की तरफ से ब्याज में छूट दी जाती है। जिन छात्रों के परिवार सालाना 4.5 लाख रुपये तक कमाते हैं, उन्हें पूरा ब्याज माफ किया जाता है। जिनके परिवार सालाना 4.5 लाख से 8 लाख रुपये तक कमाते हैं, उन्हें 3% ब्याज माफ किया जाता है। इस योजना का मकसद है कि हर साल लगभग 1 लाख छात्रों को शिक्षा ऋण लेने में मदद मिल सके।
डिजिटल प्रक्रिया: विद्यार्थियों को शिक्षा ऋण लेना अब और आसान हो गया है। सरकार ने एक खास ऑनलाइन वेबसाइट बनाई है, जिसका नाम है “विद्या लक्ष्मी पोर्टल”। इस वेबसाइट पर जाकर, विद्यार्थी कई बैंकों से शिक्षा ऋण के लिए एक ही फॉर्म भरकर आवेदन कर सकते हैं। उन्हें हर बैंक में अलग-अलग फॉर्म भरने की जरूरत नहीं है।
इस वेबसाइट पर विद्यार्थी यह भी देख सकते हैं कि उनके आवेदन पर क्या कार्रवाई हो रही है। यानी उन्हें पता चलता रहता है कि उनका ऋण मंजूर हुआ है या नहीं। इसके अलावा, इस पोर्टल पर कई तरह की शिक्षा ऋण योजनाएं दी गई हैं। विद्यार्थी अपनी जरूरत के हिसाब से कोई भी योजना चुन सकते हैं। इस तरह, विद्यार्थियों को शिक्षा ऋण लेने की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और आसान लगती है।
कौन कर सकता है आवेदन?
PM Vidyalaxmi योजना के लिए पात्र होने के लिए विद्यार्थियों को कुछ जरूरी बातें ध्यान रखनी होंगी। चलिए जानते हैं वे क्या हैं।
- भारतीय नागरिक होना: सबसे पहले, आवेदक को भारत का नागरिक होना चाहिए।
- मान्यता प्राप्त संस्थान में नामांकन: दूसरी शर्त यह है कि आवेदक किसी ऐसे संस्थान में पढ़ रहा/रही हो जिसे सरकार मान्यता देती हो। खासतौर पर उन संस्थानों को प्राथमिकता दी जाती है जो देश के सबसे अच्छे संस्थानों में गिने जाते हैं।
- परिवार की आय: आवेदक के परिवार की सालाना आय 8 लाख रुपये से कम होनी चाहिए। अगर परिवार की आय इससे ज्यादा है तो आवेदक इस योजना का लाभ नहीं ले सकता।
ये तीनों शर्तें पूरी करने वाले छात्र ही इस योजना के तहत ब्याज सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
PM Vidyalaxmi योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
PM Vidyalaxmi योजना से छात्र आसानी से शिक्षा ऋण ले सकते हैं। इस योजना के तहत, छात्रों को ऑनलाइन आवेदन करना होता है। विद्या लक्ष्मी पोर्टल (vidyalakshmi.co.in) पर जाकर, छात्र तीन आसान चरणों में आवेदन कर सकते हैं।
- पहला चरण: सबसे पहले, विद्यार्थी को आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया बहुत ही आसान है।
- दूसरा चरण: रजिस्ट्रेशन करने के बाद छात्रा को एक आवेदन फॉर्म भरना होगा। इस फॉर्म में छात्रा को अपनी पूरी जानकारी सही-सही देनी होगी, जैसे कि नाम, पता, कहाँ पर पढ़ाई कर रही है और परिवार की सालाना आय।
- तीसरा चरण: फॉर्म भरने के बाद, छात्र अलग-अलग बैंकों में ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं। यानी छात्र को हर बैंक में अलग-अलग फॉर्म नहीं भरना होता है। एक ही फॉर्म से छात्र कई बैंकों में आवेदन कर सकते हैं। इससे छात्रों को कई बैंकों से ऋण लेने का मौका मिलता है और वे सबसे अच्छी दरों वाला ऋण चुन सकते हैं।
योजना के तहत बैंक सहयोग:
PM Vidyalaxmi योजना देश के 38 से अधिक प्रमुख बैंकों द्वारा समर्थित है, जिनमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे बैंक शामिल हैं। यह प्रमुख बैंक छात्रों को 84 से अधिक तरह के ऋण लेने का विकल्प प्रदान करता है।
योजना से जुड़े लाभ और इसके पीछे की सोच
प्रधानमंत्री विद्या लक्ष्मी योजना का मुख्य मकसद सिर्फ पढ़ाई के लिए पैसे देना नहीं है। इस योजना के ज़रिए छात्रों को आत्मनिर्भर बनाना और समाज में अपनी जगह मजबूत कर सकें। यह योजना नई शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों को पूरा करने में भी मदद करती है।
PM Vidyalaxmi योजना शिक्षा के क्षेत्र में एक अच्छा बदलाव लाने की कोशिश कर रही है। इस योजना की सबसे अच्छी बात यह है कि यह पूरी तरह से डिजिटल है और इसमें पारदर्शिता भी है। अब छात्रों को पढ़ाई के लिए आसानी से ऋण मिल जाएगा। सबसे अच्छी बात यह है कि छात्रों को ऋण लेने के लिए किसी तरह की गारंटी देने की जरूरत नहीं है। इससे छात्रों के माता-पिता पर आर्थिक बोझ कम होगा।
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